वो मुलाकात

तुमको देखते ही छूटने वाली धड़कन याद रहेगी मुझे
सालों के बाद हुई जो मुलाकात वो याद रहेगी मुझे !

मुस्कुरा के तुम्हारा वो देखना अब भी कर देते हैं हलचल दिल में
तुम्हारे होठों से निकले शब्द मानो फूल बरस रहे हों बगिया में !
मुझे मदहोश कर देने वाली तुम्हारी छवि याद  रहेगी  मुझे
सालों के बाद हुई जो मुलाकात वो याद रहेगी मुझे !!

कब से सोचा था कि दो बातें कर दिल हल्का कर लूंगा
सचाई बता कर विश्वास दिला कर वापस तुम्हे बुला लूंगा !
आँखों से कही थी जो बात वो याद रहेगी मुझे
सालों के बाद हुई जो मुलाकात वो याद रहेगी मुझे !!

कुछ देर का वो साथ बढ़ा गया है मेरी परेशानी
मन को शांत कैसे करूँ कि प्यार में ढल गयी है मेरी ज़िंदगानी !
सुलगते शोलों को हवा देने की सौगात याद रहेगी मुझे
सालों के बाद हुई जो मुलाकात वो याद रहेगी मुझे !!

खुदा से मांगते हुए तुम्हे ज़बान मेरी थकती नहीं
औरों की तरह मैंने तो दिल औ निगाह बदली नहीं !
हमेशा रहने वाली तुम्हारी इन्तेज़ारी याद रहेगी मुझे
सालों के बाद हुई जो मुलाकात वो याद रहेगी मुझे !!

चाहें तुम मुझे भूल गयी हो मैं तो नहीं भूला तुम्हे
हमेशा से किया है और करता रहूँगा प्यार तुम्हे !
दिल को कसक देने वाली तुम्हारी यादें याद रहेगी मुझे
सालों के बाद हुई जो मुलाकात वो याद रहेगी मुझे !!


(Written on 5th Jan 1988)





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