आपने
नज़रें इनायत भरी इस तरफ जो की आपने
गुंचा गुंचा खिल उठा डाली डाली महकाई आपने !
सारे गुलशन की खुशबू साँसों में बिखराई आपने
जब भी अपने होठों की कली मेरे होठों से मिलाई आपने !!
कहाँ था कल तक मैं आ पहुंचा हूँ कहाँ आज
हर शख्स यही कह रहा है मेरी किस्मत बदल दी आपने !
हर बाजी जीत गया शिकवा रहा न कोई अब
पतझड़ को बहार बनाया यह कैसी हवा चलाई आपने !!
ज़माना स्याह सफ़ेद था रंगीनियां बिखराई आपने
जिस दिन से दिल में मेरे अपनी तस्वीर बसाई आपने !
ठोकरों को ठुकरा दिया मेरी हस्ती ने उस मोड़ से
जिस मोड़ से ज़िन्दगी के हर राह मुझे दिखाई आपने !!
होठों पे हंसी आँखों में नमी दीवानावार हाल हुआ है मेरा
प्यार भरी बांसुरी की धुन जब से सुनाई आपने !
मुस्कुराता हूँ फिर तड़पता हूँ इंतज़ार हर पल करता हूँ
हमारी खूबसूरत ज़िन्दगी की ऐसी हसीं तस्वीर बनाई आपने !!
आपकी वफ़ा के सहारे ही इस मुकाम तक पहुंचा हूँ मेरी जान
ज़िन्दगी के सही मायने पता चले इस कदर मुहब्बत मुझसे की आपने !!
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