चाहतों की चूड़ियाँ
चाहतों की चूड़ियाँ पहन के आओ बैठो मेरे पास कुछ पल ! पूछें अपने दिल का हाल तुम्हारे दिल की धडकनों से हम !! बताएँ कुछ आपबीती सुने कुछ ज़बानी तुम्हारी ! पोंछे आंसूं तुम्हारे अपने होठों से साँसे मिला लें कुछ तो जी लें !! दोहराएँ वोह कसमें वोह वादे भरोसा हो मोहबत का फिर से ! चलें बादलों के ऊपर हम मिलन हो जिस्म ओ आत्मा का !! चाहतों की चूड़ियाँ पहन के आओ बैठो मेरे पास कुछ पल ! भूल दुनिया कि रस्में बना ले आज की रात सुहागन हम !!